शुक्रवार, 1 अगस्त 2008

अनदेखे और अनजाने के इश्क में

उम्मतें की यह सीरिज काफी ज्ञानवर्धक है ! आंकडों से ये पता चलता है कि धर्मान्तरण के रास्ते से देश के जनसंख्यात्मक ढांचे में बदलाव लाने की कोशिश की जा रही है !
धर्म परिवर्तन के बाद नव ईसाई को सामाजिक स्तर में परिवर्तन जरूर दिखाई पड़ता होगा पर यह भी सच है कि उनके धर्मान्तरण की मूल प्रष्ठभूमि आर्थिक ही है !
इसलिए यह सोचना कि धर्मान्तरण स्वेच्छा से किया जाता है यह ग़लत है ! हाँ आर्थिक उन्नति के लिए स्वेच्छा की बात हो तो बात अलग है !

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